सांसे चलती है अभी मगर
धड़कने कुछ थम सी गयी है
जिंदा हूं किसी इंतजार में
इक ख्वाहिश है जिंदा अभी तक
वरना मैं तो कब की मर गयी हूं
सांसे चलती है अभी मगर
धड़कने कुछ थम सी गयी है
जिंदा हूं किसी इंतजार में
इक ख्वाहिश है जिंदा अभी तक
वरना मैं तो कब की मर गयी हूं