अकेले चलने से डर लगता है
साथी साथ चलो मेरे
मुझे अंधेरे से डर लगता है
बाहों में लेकर रोज झूमते हैं तुम्हें
तुम्हें खोने से डर लगता है
पकड़ लो मेरा हाथ और
ले चलो अपने घर
सुनसान राहों में तो डर लगता है
अकेले चलने से डर लगता है
साथी साथ चलो मेरे
मुझे अंधेरे से डर लगता है
बाहों में लेकर रोज झूमते हैं तुम्हें
तुम्हें खोने से डर लगता है
पकड़ लो मेरा हाथ और
ले चलो अपने घर
सुनसान राहों में तो डर लगता है