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*सावन पर*

हुई है बारिश खूब झमाझम
ठंडा-ठंडा हो गया है मौसम
मेरे आंगन का एक पौधा
है अभी जो थोड़ा सा छोटा
पानी ना मिल पाया था
उस पौधे को कुछ दिनों से
आज बारिश की बूंदों में
भीग-भीग कर,
लहरा रहा है
लगता है कुछ गा रहा है
लगता है लिखी है उसने
आज एक नई कविता
मेरा नाम लेकर मुझे बुला रहा है
कह रहा है.. आजा “गीता”
मेरी भी प्रकाशित करवा दे
सावन पर एक कविता
_____✍️गीता

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