सुकूं का बदन आज खस्ता बहुत है Arya Harish Koshal Puri 8 years ago सुकूं का बदन आज खस्ता बहुत है ! लुटेरों का दुनिया में दस्ता बहुत है !! है सब कुछ यहॉ पर अभावों का ताना ! मिले कुछ नही पर व्यवस्था बहुत है !!