स्वच्छता के डगर पे,
देशवासीयो दिखाओ चल के।
करोना भागेगा डर से,
तुम और हम ही योद्धा है आज के।।
पल दो पल के जीवन में,
क्यों गँवाए हम जान के।
बल बुद्धि दिया भारत ने,
फिर क्यों रहे हम डर-डर के।।
आओ बजाय ताली दो हाथों से ,
प्रहरी जो बन बैठे हैं हमारे।
अस्वच्छता के ब्यार मिटा के,
आओ — स्वच्छता अभियान चलाए जम के।।