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हद हो गई ।

आज तो हद हो गई—-
उसकी आँख मेरी आँख से मिली—–
उसके आँख से आँसु निकल पड़ी ।
आज विश्वास हुआ —
उसकी फितरत मे वेवाफाई नही थी।।
शिर्फ मजबुरी थी—
ज्योति

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