हाथ से Rishi Kumar 3 years ago क्या छिपा रही हो हाथ से, क्या देख रही हो आख से, लग रहा जुखाम हुई आपको जो नाक पोछ रही हो हाथ से, ——— ✍ऋषि कुमार ‘प्रभाकर’-