जय शिव शंभू कृपा करो,
गलतियां सभी की क्षमा करो।
भोलेनाथ तुम कृपासिंधु हो,
दया के सागर कृपा करो।
ध्यान मग्न तुम हरदम रहते,
भक्त हमेशा रहते घेरे।
ध्यान में रहकर ध्यान हो रखते हैं,
भवसागर से पार तुम करते।
सभी जनों का रखते ध्यान,
तुम मेरे आराध्य देव दीप्तिमान।
निमिषा सिंघल