हर देश – वासी की ज़ुबान पर,
आज जय – हिन्द का नारा है।
ना .डाले कोई बुरी नज़र,
ये वीरों ने ललकारा है ।
कारगिल का युद्ध हो,
या हो घाटी गलवान
खड़े मिलेंगे हर कदम पर,
वीर सैनिक बलवान
चीन हो या पाकिस्तान,
नहीं झुकेगा हिंदुस्तान।
सैनिक दल ,उरी का बदला ले के आया,
अभिनन्दन भी वापिस पाया।
भारत की जमीं पर,
तिरंगा सदा फहराएंगे।
जीत का परचम, यूं ही लहराएंगे।
इंडो – तिब्बतन बॉर्डर पर भी,
गूंजा जय – हिन्द का नारा है।
वीर – जवानों का जोश देखो,
6000फुट के शिखर पर,
फहराया तिरंगा प्यारा है।
ये पंद्रह अगस्त का पर्व है,
हमको भारत पर गर्व है।
आओ मनाएं इसे शान से,
शुरू करें राष्ट्रीय – गान से।
तिरंगे में लिपट कर जो आए,
उन शहीदों को सलाम।
उनकी शहादत एक कर्ज है,
उनको नमन, उनको प्रणाम।
वीर शहीदों की कुर्बानी,ना जाए बेकार
आओ हम सब मिलकर बोलें,
भारत मां की जय – जयकार।