अबला अब समझो नहीं तुम,
हूं मैं एक चिंगारी..
लड़कों से अब कम नहीं मैं,
हूं मैं सब पर भारी..
सेना क्षेत्र हो या हो पायलट…
डॉक्टर वकील की तो पूछो मत तुम,
हर मैदान में मैंने है बाजी मारी…|
फिर भी कुछ कुछ जगहो पर होता है मेरा अपमान,
उन अपमानो को रोकने की,
अब आ गई है बारी |
लडाई झगडे से होगा नही ये काम पूरा…
बुद्धि और चतुराई कौशल से जितनी है बाजी,
दहेज उत्पीड़न बाल विवाह तलाक चीरहरण को..
रोकने की अब आ गई है बारी|