नाराज

अगर मैं तुम्हारे आँखों के ठहरे हुये पानी से मेरा नाम पूंछू तो तुम नाराज तो नहीं होगे न ?

सरहद

मैं सोचती हूँ अगर सियासतदानों ने ऐसे फैसले न किये होते तो आज हम ईद-दिवाली सरहदें तोड़कर मानते… !

New Report

Close