बादल तू हट जा जरा,
चंदा को देखूं जरा,
चंदा तुझे नहीं खबर,
कि तुझे चाहता है
इक चकोर,
चाहता मेरा भी दिल है,
कि चंदा से बातें करूं जरा,
ओ चंदा तेरी चांदनी,
प्यारी कितनी देखूं जरा,
तारे सितारे तेरे भाई बंधु,
उन्हे पल भर निहारु जरा,
बादलों संग तू खेले
आंख मिचोली,
कब तक चलेगी
यह तेरी लुकाछिपी,
तेरी चांदनी में लगे
सब कुछ शीतल शीतल सा,
तू उतर जा जमी पर
कभी ओ चंदा,
तुझे पास से
जी भर निहारू जरा |