गुरूर हो हमें Panna 16 hours ago गुरूर हो हमें तो अपनी किस अज़मत1 का, जर्रा भर भी नहीं हम, कायनात-ए-अज़ीम2में। 1. प्रतिष्ठा; 2. बहुत बड़ी दुनिया।