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khwaish-e-Dil……

काश ऐसा दिन भी कभी आया होता
जब उसने मुझे गले से लगाया होता

और कहता मुझ से क्यों उदास हो तुम
और उसने मुझ को अपना सब कुछ बताया होता………!! (d k)

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