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Langar

देकर निमन्त्रण पत्र वो स्वतन्त्र से हो गये।
क्या कायदा है जमाने का… कागज पर ही मर मिटे।

तो लब्ज बोलना मुनासिब न समझा,निमन्त्रण नही….लगता लंगर का पैगाम दे गये।

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