रिश्तों के दरमियान शक न तुम करना, न मैं करूँगा
मोहोब्बत कभी कम न तुम करना, न मैं करूँगा
जरुरत पड़ी तो आज़मा लेना हमको बिना एक लव्ज़ कहे
अंजाम की परवाह न तुम करना, न मैं करूँगा……………….!! (d k)
रिश्तों के दरमियान शक न तुम करना, न मैं करूँगा
मोहोब्बत कभी कम न तुम करना, न मैं करूँगा
जरुरत पड़ी तो आज़मा लेना हमको बिना एक लव्ज़ कहे
अंजाम की परवाह न तुम करना, न मैं करूँगा……………….!! (d k)