ओ तितली तुम प्यारी प्यारी,
सबको लगती न्यारी न्यारी,
रंग बिरंगे पंख तुम्हारे,
जैसे फूलों की हो बाडी,
तुझे देख गूजी बच्चों
की किलकारी,
तुझे पकड़ने बच्चे दौडे,
हर वगिया की बारी बारी,
चंपा चमेली गुलाब हजारी,
इन फूलों से है तेरी यारी,
इन तितलियों के आने पर ही,
होती बगिया की रौनक पूरी |