मोहोब्बत को तो लोग यूँ ही बदनाम करते है
सजा तो साहिब बेवफाई देती है
दे कर ज़िन्दगी भर का गम इंसा को ये ,
ज़िंदा-लाश बन जाने की सजा देती है ………………!! (d k)
मोहोब्बत को तो लोग यूँ ही बदनाम करते है
सजा तो साहिब बेवफाई देती है
दे कर ज़िन्दगी भर का गम इंसा को ये ,
ज़िंदा-लाश बन जाने की सजा देती है ………………!! (d k)