Site icon Saavan

Shayari

बादशाहत दिखाते रहे
आग पर आग लगाते रहे
इक्कों के मायाजाल में फँसे
बाजियों में गड्डियॉं फटकाते
न जाने कितनी कीमत चुकाते गए
©अनीता शर्मा
अभिव्यक्ति बस दिल से

Exit mobile version