आज कुछ परेशान-सी हूँ मैं Pragya 4 years ago आज कुछ परेशान-सी हूँ मैं तेरी बेरुखी से हैरान-सी हूँ मैं जमीं पर पैर भी नहीं रुकते तितलियों के पंख भी रचते खाली मैदान-सा है दिल मेरा जहाँ परिंदे भी नहीं बसते दिल के फैसलों में थोड़ी नादान-सी हूँ मैं जाने क्यूं आज कुछ परेशान-सी हूँ मैं !!