उमड़ते मेघ… Pragya 4 years ago दिल में हैं मेघ उमड़ते जब-जब तेरी यादों के बरस पड़ें तब-तब पानी ओ साजन ! मेरी आँखों से रिमझिम-रिमझिम रुनझुन-रुनझुन झननन- झननन-झनन-झनन! अब तो मोरे साजन आजा कब से रस्ता देख रही तेरी तस्वीरों से मैं तो अपनी अँखियां सेंक रही..