एक दिन तो जाना है तुझको,आज तो साथ रहने दे,
ये दर्द ज़फ़ा का तेरे संघ सहने दे.
ऐसे न नज़रे चुरा मुझसे,हूँ मै आखिर तेरा दीवाना,
है जब तक साँस बाकि,तब तक तो तेरे इश्क़ में मुझको जलने दे.
ऐसे न जुदा कर खुद को मुझसे ,
हूँ मै एक बंजारा,मै चला गया तो वापस न आनेवाला
तेरी बाँहों मुझको रहने दे,
एक दिन तो जाना है तुझको,आज तो साथ रहने दे,
M.A.K