कहर =दोहे राकेश 3 years ago सूनी सूनी सड़क है, सूना है संसार पतझड़ जैसे पतन है, विलख रहे परिवार 2 घर में कैदी की तरह, जीवन रहे विताय कहर भयानक है बहुत, कुछ भी समझ न आय