कांटों सी क्यों चुभन रखूं Satish Chandra Pandey 4 years ago कांटों सी क्यों चुभन रखूं जब मिट्टी में मिल जाना है, कभी किसी ने कभी किसी ने निश्चित ही है जाना है। फूलों सी खुशबू फैला दूं जिधर चलूँ उधर महका दूँ, प्यार का बीजारोपण करके नफरत सारी दूर भगा दूँ।