वक्त के रंग

वक्त कब क्या रंग दिखाए हम नहीं जानते वक्त के दिए हुए जख्म कैसे मिटाएं हम नहीं जानते क्या पता था उस देवकी को, जिस…

मनभावन मौसम

बड़ा सुहाना मनभावन मौसम आया है, बादलों से गिरती बूंदों ने, धरती का संताप मिटाया है। बड़ा मनभावन मौसम आया है।। काले-काले बादल उमड़_ घुमड़…

अभ्यास कीजिये

पानी है यदि सफलता अभ्यास कीजिये, अपने हुनर का तुम निरंतर अभ्यास कीजिये। व्यवहार में कमी हो कहीं अहसास कीजिये कमियां सुधारने का, अभ्यास कीजिये।…

हद को लाँघिये

कुछ नया इतिहास रचना है तो हद को लाँघिये अन्यथा रेखा के भीतर, इंच में कद नापिये। दूसरे की औऱ अपनी कीजिये तुलना नहीं, तुम…

हे! बापू आओ

अंग्रेजों के साहित्य और विचार हमारे मन मस्तिष्क में बैठे हैं डेरा डाल फूट डालो शासन करो नीति जैसे है हाल हमारी संस्कृति उपेक्षित है…

जमाना

बीत गया है ख़ुशी और गम बांटने का जमाना पागलपन है अकेले ही हंसना रोना गुनगुनाना काटते हैं ये जब इन्हें बांटते नहीं हैं कितना…

अजगर

दसो दिशाओ मे बड़े बड़े मोटे मोटे अजगर पड़े हैं तैयार उत्सुक हैं निगल जाने को संसार वो हमारे पास भी आते हैं और कभी…

दर्पण

आज भी नहाते हैं लोग सुबह उठकर फिर दर्पण के सम्मुख जाते हैं दर्पण मे देखकर चेहरा अपना मुह बनाते हैं, रोते हैं, चिल्लाते हैं…

एक थी नारी

एक थी नारी सबको थी प्यारी सब चाहते थे हो जाए हमारी ममता की मूर्ति और दुनिया पुजारी तभी एक दिन दवे पांव आया नरवाद…

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