कोरोना ने कर दिया, तन मन धन बर्बाद
हे भगवान् करवाइए, अब इससे
आजाद
कोरोना से रुक गया, दुनिया सकल विकास
दवा बनी जिसकी कमी, करती गयी हताश
मास्क लगाकर कीजिए, कोरोना को दूर
छह फिट की दूरी रखे, ध्यान रहे भरपूर
कोरोना से देश के, उजड़ गए परिवार
थम जाए संहार अब, करिए कुछ सरकार
सुनी सुनी सड़क है, सूने है बाजार
कोरोना के अंत का, आए शुभ त्योहार
पिंजड़े के पंक्षी तरह, बीत रहे दिन रात
तब भी सांसे ना बची, बड़ी भयानक बात