क्यों दर दर भटकता है तू Sukhbir Singh Alagh 7 years ago क्यों दर दर भटकता है तू अपनी मांगों के लिए क्यों रोज अड्डे बदलता है तू अपनी चाहतों के लिए क्यों तू उस इंसान के पास जाता है जो खुद अल्लाह के भिखारी है अरे ये तो बस एक व्यापार है असल में इनका हाथ भी खाली है