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ख़ूबसूरत है दोस्ती

बहुत ही ख़ूबसूरत होती है दोस्ती,
निज स्वार्थ से ऊपर होती है दोस्ती।
कुछ रिश्ते मिलते हैं, हमें जन्म से,
कुछ रिश्ते मिलते हैं, समाज की रीत से
मगर निज चुनाव पर होती है दोस्ती ।
इसीलिए तो सबसे उपर होती है दोस्ती..
……………✍️गीता……

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