Site icon Saavan

गुरु

गुरु ज्ञान भण्डार समेटे, कभी न अपनी आँखे मींचे,

शिक्षा के दीपक प्रकाश से हर जन के जीवन को सींचे,

गुरु न देखे जाति धर्म, न मन में कोई संशय कीजे,

गुप्प अँधेरे में भी दृढ सन्कल्प में उसका हर क्षण बीते।।
राही (अंजाना)

Exit mobile version