Site icon Saavan

“गुलाम हूँ अपने संस्कारों की”….

🌹🌹🌹🌹
गूँगी नहीं हूँ मैं
मुझे भी बोलना आता है।
——————————–
गुलाम हूँ अपने संस्कारों की
वर्ना मुझे भी सबक सिखाना आता है।

Exit mobile version