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जाने हो क्यों ना सके

तेरी ज़ुल्फों की पनाहो में हो गुम

बुने थे जो प्यार के हसीन सपने

जो थे दिल के इतने क़रीब अपने

जाने हो क्यों ना सके वोह अपने  

                             …… यूई

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