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तुम्हारी सादगी ही

तुम्हारी सादगी ही
तुम्हारी खूबसूरती है,
उस पर
कुछ लिखना चाहता है मन
लेकिन जब तुम सामने होते हो
रुक जाती है कलम
तुम पर ही
टिक जाते हैं नयन।

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