Site icon Saavan

दिन और रात का सपना

दिन में देखा सपना

रात को देखा सपना

रात का जब टूटा सपना

दिन में जगा हुआ पाया

लेकिन दिन का जब टूटा सपना

रात में भी सो पाया।

 

 

                                कुमार बन्टी

 

Exit mobile version