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दोस्ती मे कीमत को ढॅुढते देखा

रेत की जरूरत रेगिस्तान को होती !
सितारो की जरूरत आसमान को होती!!!
आप हमे भुल जा कोई गम नही ,
मै लोहा हूँ मुझे सोना की जरूरत नही होती।
मुझे तो मालुम था जब तक खुशबु रहे तब तक मक्खी भी ना साथ छोड़ेगी।
सफर दोस्ती का कभी खत्म ना होगा।
दोस्त मेरा प्यार कभी खत्म ना होगा।।
लेकिन जहाँ मिले सोना(औकाद) वाला साथी तो छोड़ देना (लोहा) औकाद वाला दोस्त का साथी।
क्योकि लोहा तो हर मोड़ पर मिल जाएगा,
लेकिन सोना तो केवल मंजिल मे ही मिल पायेगा।।

ज्योति

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