दोहे =भाई चारा राकेश 3 years ago ईर्ष्या करके मत जलो, तज दीजय अभिमान क्रोध लोभ से दूर मैं, हो जाऊं भगवान् 2 भाईचारा खेत में, चलिए मन हे आज सुख पाओगे बहुत तुम, और करोगे नाज