धृतराष्ट्र की महत्वाकांक्षाओं ने
ही बीज बोया महाभारत का
धृतराष्ट्र आंखों से अंधे थे
उन्होंने दुर्योधन के
व्यक्तित्व को अंधा बना दिया
इतिहास धृतराष्ट्र को ही
महाभारत का जिम्मेदार ठहराता है
गलत नहीं है
क्योंकि धृतराष्ट्र के पुत्र मोह ने ही
दुर्योधन के ह्रदय में वैमनस्य के
बीज बोए और उनको
फलने-फूलने का अवसर दिया
दुर्योधन मामा शकुनि की हाथों का पासा था
और कर्ण की मित्रता का गुरुर
जो उसे युद्ध भूमि की ओर
अग्रसर करता चला गया
सौ पुत्रों की मां कहलाने वाली गांधारी