Site icon Saavan

बहुत वक्त से तू मेरी ओर बढ़ रही थी

बहुत वक्त से तू मेरी ओर बढ़ रही थी,
आ चूम कर तेरे पैरों को तेरी थकान उतार दूँ।।
राही (अंजाना)

Exit mobile version