बेरंग इश्क़ archana verma 7 years ago उकेरे कई चित्र प्राण के पृष्ठ पर, सब मिट-मिट गए एक तू ही सजा। रंग की कुचियाँ सब हुई बावली, रंग कोई नहीं मुझमें भर सका। अर्चना वर्मा