बड़ी सरलता से वो यूँ अपने बाल संवारा करती है राही अंजाना 6 years ago बड़ी सरलता से वो यूँ अपने बाल संवारा करती है, चोटी की हर गुथ में वो मेरे गम बुहारा करती है।। राही (अंजाना)