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माँ

हर दर्द मां सहती रही,
पूरी मेरी हर बात की.,
हर जिद को मेरी मान के
हर वक्त मेरे साथ थी,
अब मै बडा़ जबहो गया
कैसे भुलादूं मां को मै ,
दुनियाँ ही मेरी माँ से है
मां खुशियों की सौगात थी

बागी के दिल कि आह,.

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