मुक्तक Vipul 7 years ago आज भी मुझमे कही तुम रहते हो मै तो अनपढ़ हूँ, तुम लिखते रहते हो धड़कनो के सुर पे जब साज़ लगते है मै तो खामोश होता हू तुम गाते रहते हो #VIP~