एक कतरा ना ,
अश्क का बहाया हमने,
दिल ही दिल में सब
दबाया हमनें
गुनगुना सा बदन
जब होने लगा
दिल ने बताया….
उफ्फ ये तो मोहब्बत हो गई..
*****✍️गीता
एक कतरा ना ,
अश्क का बहाया हमने,
दिल ही दिल में सब
दबाया हमनें
गुनगुना सा बदन
जब होने लगा
दिल ने बताया….
उफ्फ ये तो मोहब्बत हो गई..
*****✍️गीता