बेरंग सी गोली को रंगीन बनाना है
रूठे हुए अपनों को दोबारा मनाना है
डेविड अकरम और गुरमीत
लेकर सबको साथ सुजीत
होगी पिचकारी से बौछार
आज मनाएंगे त्योहार।
गुजिया पापड़ और मठरी से स्वाद जमाना है
बेरंग सी होली को रंगीन बनाना बनाना है ।
लाल लगेगा रीता को ,
पीला बहन सुनीता को
काला छोड़ सभी रंगों में रंग जाना है
बेरंग सी होली को रंगीन बनाना है ।
रंगों में सब रंग जाएंगे
मन के मैल भी धुल जाएंगे ।
पत्थर बम बौछार ना होंगे
शब्दों से फिर वार ना होंगे
मिलकर फिर से सबको
गुलाल उड़ाना है
बेरंग सी होली को रंगीन बनाना है।