बेटियों का कल बेहतर बनाने को,
आओ उनका आज संवारें।
बेटी पर अभिमान करो,
जन्म लेने पर उसका सम्मान करो।
बेटी को शिक्षा का अधिकार दो,
बेटी को भी बेटों जैसा ही प्यार दो।
उसकी शिक्षा में करो कोई कमी नहीं,
विवाह करने की कोई शीघ्रता नहीं।
बेटी से घर में रौनक है, मनता हर त्यौहार है
बेटी प्रभु का दिया एक सुंदर उपहार है।
तो आओ मिलकर कलंक हटाएं,
भारत भूमि से बेटी की भ्रूण हत्या का।
बेटी ही ना होगी तो बहू कहां से लाओगे
फिर वंश को कैसे बढ़ाओगे।
भ्रूण हत्या का कुकृत्य करके,
संसार को क्या मुंह दिखलाओगे।।
______✍️गीता