रूह इश्क जिस्म से कहीं ज्यादा लगा बैठी UE Vijay Sharma 8 years ago जिस्म और रूह की कश्मकश में रूह इश्क जिस्म से कहीं ज्यादा लगा बैठी रूह मेरी पिरो कर मेरे ज़ज़्बातो को खुदमें बन गले का हार तेरा, ख़ुद को सजा बैठी …… यूई