देश की सीमा में तैनात होकर बगुला सा ध्यान लगाते हैं
आतंक की मछहालियो को वन्दूख की गोलियाँ से चबाते हैं
मुस्कुराते रहे मेरे देश के सब लोग सदा
देश की आन बान और शान के लिए सर्वस्व न्योछावर कर जाते हैं
देश की सीमा में तैनात होकर बगुला सा ध्यान लगाते हैं
आतंक की मछहालियो को वन्दूख की गोलियाँ से चबाते हैं
मुस्कुराते रहे मेरे देश के सब लोग सदा
देश की आन बान और शान के लिए सर्वस्व न्योछावर कर जाते हैं