संग संग Praduman Amit 3 years ago जी चाहता है चाँद के संग संग मैं भी चलूं। मगर सितारे कहते है क्या मैं उदास हो जाउँ।। सदियों से मैं संग संग रहा , वो दीया मैं बाती रहा । जब वो चमकता था तब मैं उसका इर्दगिर्द पहरेदार बना रहा ।। अब तुम ही बताओ मैं कहाँ जाउं इस बेरहम ज़माने में।