अनुभव की राहों पर चलकर खुद मैंने भी देखा है राही अंजाना 6 years ago अनुभव की राहों पर चलकर खुद मैंने भी देखा है, अपनों को अपनों से छलते खुद मैंने भी देखा है, आसमान को धरती से मिलते खुद मैंने भी देखा है, ख़्वाबों को यूँ पूरी रात जागते खुद मैंने भी देखा है।। – राही (अंजाना)