शिकायत किससे करें !
जब अपने ही दामन को
दागदार कर देते हैं
उम्मीद किससे करें जब
अपने ही साथ छोंड़ देते हैं
जो कभी हमारे हो नहीं सकते !
आखिर ये नैन उन्हीं को
पाने का ख्वाब क्यों देखते हैं !!
शिकायत किससे करें !
जब अपने ही दामन को
दागदार कर देते हैं
उम्मीद किससे करें जब
अपने ही साथ छोंड़ देते हैं
जो कभी हमारे हो नहीं सकते !
आखिर ये नैन उन्हीं को
पाने का ख्वाब क्यों देखते हैं !!