अब तुम्हारे बिना जी ना पाऊंगा मैं
बेसबब प्रश्न हैं शब्द सब मौन हैं
पूछते हैं कि हम आपके कौन हैं
मैं युधिष्ठिर सा सच झूठ भी बोल दूँ
वो कहां शष्त्र त्यागे हुऐ द्रोण हैं
जानते हैं वो सब मानते कुछ नहीं
अब कहाॅ तक भरोसा दिलाऊगा मैं
प्यार तुम सार तुम मेरा आधार तुम
अब तुम्हारे बिना जी ना पाऊंगा मैं
मन ये मंदिर बने देवता तुम बनो
सारी इच्छाओं का इक पता तुम बनो
जन्म जन्मों का कर लूँ सफर हस के मैं
तुम ही मंजिल बनो रास्ता तुम बनो
बिन किसी डोर के बंध गये हम औ तुम
रिश्ता मर कर भी हमदम निभाऊंगा मैं
प्यार तुम सार तुम मेरा आधार तुम
अब तुम्हारे बिना जी ना पाऊंगा मैं
एक सुर श्वांस स्वर एक बन्धन बनें
एक दूजे के हम प्राण जीवन बनें
मैं सजा दूँ सितारे सभी मांग में
तुम सजो जब नयन मेरे दर्पण बनें
तुम अमर दीपमाला जो बन जाओ तो
बिन दियों के दिवाली मनालूॅगा मैं
प्यार तुम सार तुम मेरा आधार तुम
अब तुम्हारे बिना जी ना पाऊंगा मैं
kya khoob kha
nice one
nice one
nice one 🙂